भारत के सारे ख़िलाड़ी अभी आईपीएल के 16वे सीजन में हिस्सा ले रहे है। इस सीजन में सभी खिलाड़ियों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया और उनके प्रदर्शन को ध्यान में रखते हुए ही बीसीसीआई ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए टीम की घोषणा की है।
आईपीएल 2023 की समाप्ति के बाद भारतीय टीम इंग्लैंड के लिए रवाना होगी। उन्हके ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के दूसरे सीजन के फाइनल मुकाबला 7 से 11 जून के बीच खेला जाएगा।
इस मुकाबले के लिए सभी लोग काफी ज्यादा उत्साहित है क्यूंकि भारत लगातार दूसरी बार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल खेल रही हैं। इस बार वो इस खिताब को जीत कर इतिहास रचना चाहेंगे।
इस फाइनल के लिए बीसीसीआई ने स्क्वाड की घोषणा कर दी है जिसमे काफी खिलाड़ियों की वापसी हुई है और उसमें जयदेव उनादकट का भी नाम था। उन्होंने हाल ही में डोमेस्टिक क्रिकेट में सभी को काफी इम्प्रेस किया है।
वो इस आईपीएल के सीजन में लखनऊ सुपर जायंट्स की टीम से खेल रहे है लेकिन उनसे जुड़ी हुई एक खबर सामने आई है जहां वो चोट के शिकार हो गए है। इसी कारण ये सभी के लिए काफी बुरी खबर है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अभ्यास करते वक़्त पैर फसने के कारण वो गिर गए थे और उनके कंधे में काफी गहरी चोट आ गई थी। इसी कारण वो इस आईपीएल सीजन से भी बाहर हो चुके है।
उन्हें काफी गहरी चोट लगी है और उनके सभी फैन्स काफी ज्यादा परेशान है क्यूंकि वो आईपीएल तक रिकवर नही कर पाएंगे। इसी के साथ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए उनपर सवाल बने हुए है।
हालांकि अभी बीसीसीआई के तरफ से कोई भी आधिकारिक पुष्ति नही दी गई है और इस पर कोई भी खबर आधिकारिक रूप से सामने नही आई है। हालांकि ये देखने वाली बात होगी कि वो रिकवर हो पाते है या नही।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अगर वो रिकवर नही कर पाए तो मुकेश कुमार जोकि अभी स्टैंडबाय ख़िलाड़ी है वो उनादकट को रिप्लेस कर सकते है। वो उनादकट की परफेक्ट रिप्लेसमेंट साबित हो सकते है।
उनादकट के लिए ये आईपीएल सीजन भी कुछ खास नही गया है क्योंकि वो इस सीजन में अच्छा प्रदर्शन नही कर पाए है। चोटिल होने से पहले उन्होंने 3 मुकाबले खेले थे लेकिन उन्हें इन 3 मुकाबलो में एक भी विकेट नही मिला था।
भारतीय टीम इस बार फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली है। जो भी टीम इस खिताब को जीतेगी वो अपने ट्रॉफी कैबिनेट को पूरे तरीके से भर लेगी। इसी कारण दोनो ही टीमो की नज़र उस चमकती ट्रॉफी होने वाली है।
हालांकि भारत के ऊपर काफी ज्यादा दबाब भी होगा क्यूंकि वो पिछले फाइनल में कुछ खास नही कर पाए थे वही इसी के साथ 2013 के बाद भारत को भी आईसीसी खिताब नही जीत पाया है।